पता है ना
आजकल सर्दियाँ हैं ऑस्ट्रेलिया में
और आज ये मौसम उफ़ ...
बिगड़े हुए हैं मिजाज़ इनके
तभी तो गिराते रहे बर्फ रात भर
पहाड़ों पर आस पास के
और आज सुबहा
उससे मिलकर आती हुई हवा
बर्फ की सारी ठंडक
सोख ले आयी है अपने साथ में
हाँ.... अगर वो होती
तो सह लेता ये सब भी
देखो रिमझिम रिमझिम चल रही है
लगातार बारिश भी सुबहा से
ना जाने कब रुकेगी
ये मौसम की नादानी शहर से
सच कहूँ तो सताने में
मज़ा किसे नहीं आता
फिर शिकायत करूँ तो किस बात पे
ऐसे बर्फीले मौसम में
काश वो आज यहाँ होती
तो बात कुछ और ही होती
बहुत मिस करता हूँ उसे इन हालात में
नहीं नहीं आप नहीं.....
मैं तो धूप की बात कर रहा हूँ
आप की याद तो ........
सताती है मुझे हर मौसम हर बात में !!
........मोहन सेठी 'इंतज़ार'
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