Saturday, 29 August 2015

रक्षा बंधन की बधाई एवं शुभकामनाएँ.......

सुनो भाई .....
रक्षा बधन का मतलब समझते हो ना
बहन के अधिकारों की रक्षा
नारी अधिकारों की रक्षा
और सबसे पहले
इन अधिकारों का हनन
अपने ही घर से होता है
तो भाई अगर ऐसा है
तो प्रण लो कि तुम
खुद अपने आप से उसकी रक्षा करोगे
चाहे वो संपत्ति में हिस्सा हो
या किसी भी अधिकार की बात हो
जो तुम को है
और उसको नहीं
राखी का ये त्योहार
सच में सफल हो जायेगा
तुम्हारे प्रण से ......

                           ........ 'इंतज़ार'

No comments:

Post a Comment