खिड़की
आवाज़ तो तेरे दिल की हूँ ..... सुर बदल बदल के आ जाता हूँ ........इंतज़ार
Tuesday, 2 June 2015
सुनो ........पंजाबी ........150602
हिंदी में ......
प्यार में गवाने की रीत भी मान लेते
अगर उसके कानों तक ये बात पहुँच जाती
वोह तो बेखबर है इस बात से कि
मैंने अपनी ज़िन्दगी उजाड़ ली है !!
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