Sunday, 31 January 2016

मेरा इश्क़ ........

 
ये सुहानी चाँदनी

मेरा इश्क़ है

मैं इसे आग़ोश में ले

सपनों में खो जाता हूँ

इसकी रुहानी महक

इसकी शीतलता

और मुझे अपने में

भिगो देने की अदा

बेहद अच्छी लगती है


मेरे हिस्से की चांदनी तो मेरी है

अब ... चाँद किसका है

ये चाँद जाने  ...........  

 
                           .........इंतज़ार 


 

Wednesday, 27 January 2016

तेरे मुस्कुराने भर की देर है..............

Silyuk Konstantin. Portrait of Indian girl

सपनों में मेरे तुम आने लगोगी

बस तेरे मुस्कुराने भर की देर है


चोरी हो जायेगा ये दिल मेरा


तेरे आँख मिलाने भर की देर है


देख हम तो लुट ही जायेंगे

तेरे शर्माने भर की देर है


महक उठेगी दिल की बगिया


ज़रा पास आने भर की देर है 


ये गीत तो ग़ज़ल बन ही जायेगी


बस तेरे गुनगुनाने भर की देर है !!  


                             ...........इंतज़ार 
 

Friday, 25 December 2015

तेरी महक ..........



कई बार......
दिन में कई बार
समझाया है
एक ख़वाब था
कब से
दिन निकल आया है
अब ना होगी
फ़िर वैसी रात
ना आएगा उस का ख़वाब
बेगैरत दिल फिर से
ज़िक्र तेरा ले आया है
जब भी तेरी महक का
झोंका हवा में आया है

                      ........इंतज़ार