खिड़की
आवाज़ तो तेरे दिल की हूँ ..... सुर बदल बदल के आ जाता हूँ ........इंतज़ार
Friday, 25 September 2015
दीया बाती ........
दीया अकेला सिर्फ़ धेले का
बाती अकेली किस काम की
मिल भी गए दीया और बाती
बिन लक्ष्य जोड़ी बदनाम सी !!
मिलन का तेल मिल भी जाये
बिन आग लगे अंधियार सी
सुलग उठे लौ जब प्यार की
तब जोड़ी होती उजियार सी !!
........इंतज़ार
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