Monday, 1 February 2016

विछोड़े (पंजाबी) ........

ओ मेरे हत्थों फिसली जावे

मैं ओदे बिन मर जाना

टुट्टियां भज्जियां हथ लकीरां

कीवें मैं सिद्धियां बनावां

कौन सुने हुन दिल दियां मेरे

मन्नू कहंदे पागल मरजाना 

जो लिखियां गईयाँ इक वार तक़दीरां

चुप चाप कीवें सहंदा जावां

प्यासी जिंदड़ी ते खुश्क रुत्तां ने

दस केड़े खू दा पानी

मैं आपनी रूह नू प्यावां 

सब कुछ लै लै मैतों मेरा 

पर ना विछोड़ मेरा यार निमाना

                                       ...... इंतज़ार 
 

Sunday, 31 January 2016

मेरा इश्क़ ........

 
ये सुहानी चाँदनी

मेरा इश्क़ है

मैं इसे आग़ोश में ले

सपनों में खो जाता हूँ

इसकी रुहानी महक

इसकी शीतलता

और मुझे अपने में

भिगो देने की अदा

बेहद अच्छी लगती है


मेरे हिस्से की चांदनी तो मेरी है

अब ... चाँद किसका है

ये चाँद जाने  ...........  

 
                           .........इंतज़ार 


 

Wednesday, 27 January 2016

तेरे मुस्कुराने भर की देर है..............

Silyuk Konstantin. Portrait of Indian girl

सपनों में मेरे तुम आने लगोगी

बस तेरे मुस्कुराने भर की देर है


चोरी हो जायेगा ये दिल मेरा


तेरे आँख मिलाने भर की देर है


देख हम तो लुट ही जायेंगे

तेरे शर्माने भर की देर है


महक उठेगी दिल की बगिया


ज़रा पास आने भर की देर है 


ये गीत तो ग़ज़ल बन ही जायेगी


बस तेरे गुनगुनाने भर की देर है !!  


                             ...........इंतज़ार